चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey
Tuesday, February 14, 2023
भकूट - कूट-कूट कर भरा हुआ प्रेम..
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सबको भकूट दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आप सब भी हैरान हो रहे होंगे कि आज तो वैलेंटाइन डे है, हैप्पी वैलेंटाइन डे बोलना होता है, यह भकूट दिवस ...
दुख एवं करुणा के आर्द्र स्वर - हमारे विवेक व चेतना के गज़र
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विगत दो दिन से अधिकांश समय अस्पताल में ही गुजर रहा है, मेरी मां अस्वस्थ हैं, भर्ती हैं। चूंकि वह अभी आईसीयू में हैं इसलिये अधिकांश समय अस्पत...
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Sunday, February 12, 2023
भाषा और संस्कार की फूहड़ तहरी - न खुदा ही मिला न विसाले सनम!
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हमारे देश में लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा लंबे समय की होती है इसलिए सहयात्रियों के साथ समागम भी लम्बी अवधि का होता है, कुछ खट्टा कुछ मीठा, कुछ...
Thursday, March 11, 2021
बहुरूपिया शब्द
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बहुरूपिया शब्द कभी अल्हड़, अलल-बछेरा, कुलेलें करने वाला, नाकंद घोड़े के बच्चे जैसा, जिसे ना कोई क़रार , फक्त कर्राह, खिलंदड़ एवं बेपरवाह कभी डर...
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Sunday, January 17, 2021
बिडंबना : अपनी जूती अपने ही सर।
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विडंबना यह है कि प्रायः हम खुद को ज्यादा इंटेलेक्चुअल दिखाने के लिए अपने देश, इसकी सामाजिक व्यवस्था, इसके रीति-रिवाज संस्कृति परंपरा, इसकी र...
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ना खुदा के रहे ना विसाले सनम, ना इधर के रहे ना उधर के रहे.....
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बरखा दत्त, निधि राजदान, सोनिया (वर्मा) सिंह सिर्फ व्यक्ति नहीं हैं, यह एक मानसिकता हैं जो भारतीय परिवारों में जन्म लेने के बावजूद, हर भारतीय...
Saturday, January 16, 2021
कांटो को कांटा कहने की साफगोई जरूरी है...
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जैसे जैसे कोई समाज या देश आर्थिक एवं जीवन संबंधी अन्य सुख-सुविधाओं से संपन्न होता जाता है वैसे वैसे स्वयं को तथाकथित सभ्य, सुसंस्कृत एवं इली...
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