tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post4730023955265960036..comments2024-02-04T21:56:30.492+05:30Comments on चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey : ..प्राक्रितिक स्रोतो का बेतहासा दोहन,आर्थिक उन्नति का असामान्य वितरण और बढता जनआक्रोश.देवेंद्रhttp://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-82494428723759261332011-02-16T17:05:46.437+05:302011-02-16T17:05:46.437+05:30प्रिय प्रशांत,
उत्साहबर्धन हेतु आपका हार्दिक धन्यव...प्रिय प्रशांत,<br />उत्साहबर्धन हेतु आपका हार्दिक धन्यवाद । आप का यह कथन सर्वथा सत्य है कि इस इन्टरनेटीय युग में भाषा का मूल रूप काफी हद तक प्रभावित तो हुआ है , किन्तु जब तक विचारों की मौलिकता व उनके प्रभावशाली सम्प्रेषण को भाषा का समर्थन मिल रहा है , हमें बिना किसी पूर्वाग्रह के इन बदलते स्वरूपों का स्वागत व सम्मान करना ही होगा ।देवेंद्रhttps://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-38233274015413672322011-02-15T11:39:58.512+05:302011-02-15T11:39:58.512+05:30बहुत खूब! खासकर हिन्दी मे बेहतरीन ब्लाग पढ़ने को मि...बहुत खूब! खासकर हिन्दी मे बेहतरीन ब्लाग पढ़ने को मिले, आप का याय प्रयास निरंतर जारी रहे, ऐसी मेरी कामना है, पिछले दिनो वेब की ताकत विश्व पटल पर गुंजायमान रही और ऐसी आवश्यकता कमोबेश सभी समाजों मे महसूस की जा रही है| मैंने कुछ वर्षो पूर्व एक भाषा विशेषज्ञ का संबोधन सुना था, जिसमे उन्होने वेब को सूचना संप्रेषण के चौथे बढ़े आविष्कार के रूप मे रेखांकित किया था, सर्व प्रथम संकेतों की भाषा, फिर चित्रण तदुपरांत अक्षर | माना की वेब के आविर्भाव से भाषा का मूल, रूप काफी हद तक प्रभावित हो रहा है, तथापि आपका यह प्रयास और बंधुओ के लिए प्रेरणा श्रोत का काम करेगा| आप निश्चित ही साधुवाद के पात्र है|Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18258295990641386801noreply@blogger.com