tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post4985963456556657559..comments2024-02-04T21:56:30.492+05:30Comments on चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey : विकाश की पहली कुल्हाड़ी हरे-भरे पेड़ों पर.....देवेंद्रhttp://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-3094991626588970932011-12-21T23:38:51.559+05:302011-12-21T23:38:51.559+05:30अच्छी लगी यह पोस्ट।अच्छी लगी यह पोस्ट।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-77657719456885031312011-12-21T22:09:51.279+05:302011-12-21T22:09:51.279+05:30हमें भी अपनी सोच में परिवर्तन व समझदारी दिखानी होग...हमें भी अपनी सोच में परिवर्तन व समझदारी दिखानी होगी कि विकाश कार्यों के साथ हम अपनी प्राकृतिक संपदा व सौंदर्य को तहस-नहस न होने दें, बल्कि प्राकृतिक सौन्दर्य व इसकी हरीतिमा को विकाश का पूरक बनाकर रखें, और इसी तरह का ही विकाश माडल हमारे एक सुंदर,सुखद , मंगलकारी व सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित कर सकता है। <br /><br />आपकी सोच से मैं पूर्णतया सहमत हूँ.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-3542425789326362542011-12-19T15:54:53.145+05:302011-12-19T15:54:53.145+05:30देश में तरक्की न होकर उसकी उपेक्षा ही ज्यादा हो र...देश में तरक्की न होकर उसकी उपेक्षा ही ज्यादा हो रही है ! अत्यंत दुखद है ये ! हमें अपने स्तर पर सुधार के लिए प्रयासरत रहना चाहिए ! <br /><br />Let's go green ! Save environment !<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-3904300122889283932011-12-15T09:08:56.827+05:302011-12-15T09:08:56.827+05:30जहाँ जहाँ भी बचपन की स्मृतियों में पेड़ थे, अब वहा...जहाँ जहाँ भी बचपन की स्मृतियों में पेड़ थे, अब वहाँ जाने पर दिखायी नहीं पड़ते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com