tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post2842300710800873770..comments2024-02-04T21:56:30.492+05:30Comments on चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey : कहाँ खोते जा रहे हैं गाँवों से लोकगीत......देवेंद्रhttp://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-64563625132727033102011-09-21T19:23:09.657+05:302011-09-21T19:23:09.657+05:30सच कहा आपने...गांवों से यह संस्कृति तेजी से लुप्त ...सच कहा आपने...गांवों से यह संस्कृति तेजी से लुप्त होती जा रही है..<br /><br />अब या तो फ़िल्मी गाने बजते हैं शादी ब्याह या ऐसे किसी भी मौके पर या फिर फूहड़ भोजपुरी गीत..<br /><br />बहुत ही दुखद है यह...ईश्वर किसी के भी हाथों दे इसे बचा लें, बस यही कामना है..रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-48756965741280234272011-09-21T17:34:28.793+05:302011-09-21T17:34:28.793+05:30बहुत सुंदर जानकारी दी आपने, शुभकामनाएं.
रामराम.बहुत सुंदर जानकारी दी आपने, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-22841388767906201992011-09-21T12:07:37.500+05:302011-09-21T12:07:37.500+05:30your post will help to save the treasure of our ru...your post will help to save the treasure of our rustic song.Shraddhahttps://www.blogger.com/profile/08423981782458123021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-41143574378079653612011-09-21T08:44:07.142+05:302011-09-21T08:44:07.142+05:30कुछ लोकगीत हमसे दूर हो रहे हैं और हम भी लोकगीतों स...कुछ लोकगीत हमसे दूर हो रहे हैं और हम भी लोकगीतों से तेजी से दूर हो रहे हैं शायद, लेकिन फिर भी लगता है अपना रूप बदल कर ही सही लोकगीतों की धाक कम नहीं हुई है, उदाहरण 'सास गारी देवे' का हो या 'चोला माटी के हे राम का'(इन गीतों पर अलग-अलग पोस्ट भी मैंने लगाई है.)Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-53594924031599009972011-09-21T08:07:13.372+05:302011-09-21T08:07:13.372+05:30जितने भी फिल्मी गीत लोकगीतों का आधार लेकर बने हैं,...जितने भी फिल्मी गीत लोकगीतों का आधार लेकर बने हैं, उनकी प्रसिद्धि लोकगीतों की मनमोहकता सिद्ध करने को पर्याप्त हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-83343657411421590002011-09-21T08:05:30.177+05:302011-09-21T08:05:30.177+05:30सुंदर पोस्ट। लोक गीतों का एक संग्रह बनारस से कुछ व...सुंदर पोस्ट। लोक गीतों का एक संग्रह बनारस से कुछ वर्ष पहले प्रकाशित हुआ है जिसमें प्रायः लुप्त हो रहे लोकगीतों का अच्छा संकलन है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com