tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post4227276557628315022..comments2024-02-04T21:56:30.492+05:30Comments on चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey : चटकीली धूप से मेरी नयी जान पहचान....देवेंद्रhttp://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-91572356091227522912011-10-30T18:37:31.850+05:302011-10-30T18:37:31.850+05:30वाह! देवेन्द्र भाई आखिर आपने धूप को पहचान ही लिया...वाह! देवेन्द्र भाई आखिर आपने धूप को पहचान ही लिया है.<br />आपकी शानदार प्रस्तुति में भी धूप की खिलखिलाहट विराजमान हो गई है.झिलमिला और खिलखिला रही है अंतर्मन को.<br /><br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.<br /><br />कुछ खिलखिलाहट मेरे ब्लॉग पर भी बिखेर देते तो <br />मेरा ब्लॉग भी खिल उठता जी.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-83018571349473736752011-10-30T17:47:10.878+05:302011-10-30T17:47:10.878+05:30बड़ा प्रभावित हुआ पढ़कर, बाहर निकला तो धूप जा चुकी...बड़ा प्रभावित हुआ पढ़कर, बाहर निकला तो धूप जा चुकी थी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com