tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post6070855998607808587..comments2024-02-04T21:56:30.492+05:30Comments on चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey : सुधार व बदलाव के पहल की जिम्मेदारी – व्यक्ति की, नेता की अथवा समाज की ? देवेंद्रhttp://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-58964683533140331402013-07-18T08:40:00.351+05:302013-07-18T08:40:00.351+05:30सच है कि दूषित समाज से दूषित राजनीति ही निकलेगी। सच है कि दूषित समाज से दूषित राजनीति ही निकलेगी। अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-176485579041033492013-07-17T20:05:43.540+05:302013-07-17T20:05:43.540+05:30सच कहा, पता ही नहीं चलता कि कौन किसको गिरा रहा है।...सच कहा, पता ही नहीं चलता कि कौन किसको गिरा रहा है। नैराश्य इतना है कि भविष्य स्तब्ध दिखता है। प्रकाश तभी आयेगा, जब लोगों की इच्छा विवेकानन्द के भगवान देखने की इच्छा सी बलवती हो चलेगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773433501963473717.post-70045010897299587492013-07-16T20:42:07.430+05:302013-07-16T20:42:07.430+05:30सुधार व बदलाव के पहल की पहली जिम्मेदारी समाज की,फि...सुधार व बदलाव के पहल की पहली जिम्मेदारी समाज की,फिर व्यक्ति अंत में नेता की,,,,<br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/07/blog-post_16.html#links" rel="nofollow">: अभी भी आशा है,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com