चरैवेति-चरैवेति: Life is name of a perpetual journey
Monday, August 4, 2014
जिंदगी जिंदादिली यानि छोटे छोटे अहसासों के पत्ते जबतक हैं हरे भरे
कायनात का यह पीलापन कहीं इंसानियत के टूटते दम का तकाजा तो नहीं ?
Sunday, August 3, 2014
मन के बैठकखाने से .....
सभी दोस्तों की याद में व उन्हें ही समर्पित । फ्रेंडसिप डे की बहुत बहुत शुभकामनायें ।
सादर- देवेंद्र
Saturday, August 2, 2014
जीवन.... एक आत्मपरीक्षा
आदि विद्रोही .....
लिखने की , कहने की कोशिश करता रहता हूँ
Friday, August 1, 2014
मैंने तो कब से ही से इस जमाने की मुकर्रर राहों से चलना छोड़ दिया
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