तुम भारत के थे अनमोल रत्न ,
तेरा यश अब भी भारत गाता ।
हुए धन्य तुम्हे पुत्ररत्न पाकर ,
पिता शारदा , रामदुलारी माता ।1।
हुए धन्य तुम्हे पुत्ररत्न पाकर ,
पिता शारदा , रामदुलारी माता ।1।
तुम दृढ़ प्रतिज्ञ थे सत्यनिष्ठ,
शिक्षा के थे अभ्यर्थी कठोर ।
जो पैसे नहीं पास में नाव के,
पढ़ने जाते थे तुम गंगानदी तैर ।2।
शिक्षा के थे अभ्यर्थी कठोर ।
जो पैसे नहीं पास में नाव के,
पढ़ने जाते थे तुम गंगानदी तैर ।2।
गाँधी नेहरू के तुम परम भक्त
रगरग में थी कर्तव्य भावना भरी ।
कर दिया समर्पित राष्ट्रहेतु स्वयं को
जब बजी आजादी की रण भेरी ।3।
रगरग में थी कर्तव्य भावना भरी ।
कर दिया समर्पित राष्ट्रहेतु स्वयं को
जब बजी आजादी की रण भेरी ।3।
जब गाँधी जी ने सन् बयालीस में
कहा अंग्रेजों से कि भारत छोड़ो ।
तब आवाज बुलंद किया तुमने भी
करते आवाहन कि 'मरो नहीं मारो '।4।
कहा अंग्रेजों से कि भारत छोड़ो ।
तब आवाज बुलंद किया तुमने भी
करते आवाहन कि 'मरो नहीं मारो '।4।
तुम निडर साहसी अगुआ थे
भारत को गौरव और मान दिया।
जब किया पाक ने नापाक युद्ध ,
तुमने उसका मुँहतोड़ जबाब दिया ।5।
भारत को गौरव और मान दिया।
जब किया पाक ने नापाक युद्ध ,
तुमने उसका मुँहतोड़ जबाब दिया ।5।
की सीमा चौकस ,सैनिक तत्पर
विजयी बन भारतध्वज लहराया ।
नारा जयजवान जयकिसान का दे
भारत ने आत्मशक्ति वापस पाया ।6।
विजयी बन भारतध्वज लहराया ।
नारा जयजवान जयकिसान का दे
भारत ने आत्मशक्ति वापस पाया ।6।
तुमको पा भारत माँ धन्य हुई
हे लाल बहादुर हे लाल रतन ।
तुम अद्भुत भारत के गौरव थे ,
हम करते तुमको कोटि नमन ।7।
हे लाल बहादुर हे लाल रतन ।
तुम अद्भुत भारत के गौरव थे ,
हम करते तुमको कोटि नमन ।7।
-देवेंद्र
भारत के लाल लाल बहादुर जी पर सुंदर कविता.
ReplyDeleteनमन रचनाकार को
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