Saturday, October 8, 2011

बी ब्रेव इनफ, बोल्ड इनफ ऍण्ड टैलेन्टेड इनफ


स्टीव जॉब्स नहीं रहे।उनके जाने से दुनिया से एक ऐसी शख्सियत जुदा हो गयी जो दुनिया को अपने तरीके से बेहतर बनाने की जोश, हिम्मत और प्रतिभा रखती थी।दुनिया के हर कोने से उनके चाहने वाले व प्रशंसकों द्वारा स्टीव के लिये भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

किंतु यूनाइटेड स्टेट्स अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जिन अद्भुत व प्रभावशाली शब्दों में स्टीव जॉब्स को श्रद्धांजलि दी शायद उससे सटीक व्याख्या एक नवाचारक ( Innovator) की, जिसने विश्व को अपने तरीके से एक खूबसूरत स्पर्श प्रदान किया, हो ही नहीं सकती।

स्टीव जॉब्स को श्रद्धांजलि अर्पित करते राष्ट्रपति ने कहा  - 'He was among the greatest of American innovators-brave enough to think differently, bold enough to believe he could change the world and talented enough to do it.'  अर्थात् वे(स्टीव जॉब्स ) अमरीकी महान नवाचारकों में से एक थे-जो अलग तरीके से सोचने की बहादुरी रखते थे,विश्व को बदल सकने का विश्वास  रखने की हिम्मत रखते थे, और अपनी इस नयी सोच व विश्वास को साकार करने की उनके पास अद्भुत प्रतिभा थी।

बहादुरी,हिम्मत व अद्भुत कौशल का प्रतीक बया पक्षी व उसका घोसला .
कहने का तात्पर्य जो अलग तरह से सोचने की बहादुरी,अपने आस-पास की दुनिया को बदल सकने का मन में विश्वास रखने की हिम्मत और अंतत: इस नयी सोच व विश्वास को साकार करने की प्रतिभा रखता हो वही दुनिया को प्रभावित या बदल पाता है,जैसा की स्टीव ने किया।

इतिहास के पन्ने पलटें तो यही दृष्टांत कदम-कदम पर मिलेगा कि जिस किसी शख्सियत ने दुनिया को किसी तरीके से बदला , इसपर अपनी खास छाप छोड़ी, या विश्व के महत्वपूर्ण पहलू को अपना स्पर्श प्रदान किया, उसके पास ये तीन प्रमुख विशेषतायें मौजूद थीं- अलग सोचने की बहादुरी,दुनिया को बदल सकने का मन में विश्वास रखने की हिम्मत और इन सबके ऊपर अपनी इस नयी सोच व विश्वास को साकार व हासिल करने की विलक्षण प्रतिभा।

दुनिया की तस्वीर बदलने , कुछ नया करने के सपने देखना , अपने सपने में दृढ़ विश्वास रखना यह तो आवश्यक व परिवर्तन व नवाचार की दिशा में प्रथम सोपान है, किंतु कई बार यह देखा गया कि महान से महान सपने व विश्वास सच्ची लगन,श्रम व आवश्यक प्रतिभा के अभाव में अधूरे रह गये, साकार नहीं हो सके ।

स्टीव जाँब्स के इस कथन में,जो कि उन्होने सन् 2005 में स्टेनफोर्ड युनिवरसीटी में अपने ऐतिहासिक भाषण में कहा था,उनके नवाचारमूलक जीवन- कर्म- दर्शन की स्पष्टता परिलक्षित होती है- ' Don't let the noise of others' opinions drown out your own inner voice. And most important, have the courage to follow your heart and intuition.' यानि दूसरों के विचारों के शोर में अपनी अंतर्आत्मा की आवाज को दबने मत दो।और सबसे महत्तवपूर्ण तो यह है कि अपने दिल की आवाज और अंतर्प्रेरण का अनुगमन करने का सदैव जज्बा रखो।

महात्मा गाँधी का भी इसी तरह का जीवन दृष्टिकोण था। वे कहते थे - अपनी सोच व विचारों में हमारी सच्ची निष्ठा व विश्वास होना चाहिये और उन्हें मूर्त रूप देने हेतु हमें अपनी पूरी क्षमता व कौशल समर्पित करनी चाहिये।

एक नवीन व उन्नत भारत के लिये हमारा भी जीवन मंत्र यही होना याहिये कि ' बी ब्रेव इनफ,बोल्ड इनफ एण्ड टैलेन्टेड इनफ।'  

6 comments:

  1. ओबामा के कहे शब्दों से हृदय से सहमति।

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  2. अपने कौशल से ओबामा ने अमेरिका में नवीन इतिहास का सूत्रपात किया इसलिए वह जानते हैं कि कैसे साहस और बुद्धि-कौशल से नया किया जा सकता है। स्‍टीव जाब्‍स के बारे में जितना पढ़ रही हूँ उतना ही जानने की ललक बढ़ती जा रही है। विनम्र श्रद्धांजलि।

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  3. स्‍टीव जाब्‍स को विनम्र श्रद्धांजलि।

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  4. बड़ा सोचने और उससे बड़ा करने का ऐसा सामंजस्‍य कम ही बना पाते हैं.

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  5. 'बी ब्रेव इनफ,बोल्ड इनफ एण्ड टैलेन्टेड इनफ।'

    सही मन्त्र.

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  6. स्टीव जॉब्स को विनम्र श्रद्धांजलि.

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